siddha guru -
an ardent disciple
an ardent disciple
of
SHRI VISHNU TIRTH JI MAHARAJ;
- नारायण कुटी , देवास
- नारायण कुटी , देवास की स्थिति परम् पूज्य महाराज श्री विष्णुतीर्थ जी महाराज के द्वारा अपना आश्रम बनाए जाने के पूर्व उपेक्षित एवं निर्वासित आश्रम की थी. कतिपय किम्वदंतियों के अनुसार उसे किसी नाथ सम्प्रदाय के सिद्ध संत का आश्रम होने का गौरव प्राप्त था. उन संत के उपरान्त अनेक वर्षों तक उक्त कुटी निर्वासित एवं उपेक्षित ही रही.
- कुटी को पुनार्गौरव लाभ
- महाराज श्री विष्णु तीर्थ जी महाराज के द्वारा संन्यास आश्रम में प्रवेश के उपरांत एवं यहाँ निवासार्थ आने के उपरांत इस कुटी को पुनः अपने गौरव को पाने का अवसर मिला !
- श्री विष्णु तीर्थ जी महाराज परमपूज्य महाराजश्री पूर्व से ही अत्यंत ख्यातिलब्ध साधक, विद्वान एवं अनेक ग्रंथों के लेखक, टिपण्णीकार एवं वक्ता के रूप में विशेष स्थान रखते थे एवं योग - साधना एवं विद्वत जनों में भी अपनी एक विशेष छवि बना चुके थे ! फलतः महाराजश्री के दर्शन तथा उनकी कृपा लाभ करने वाले संमार्गियों का आना प्रारंभ हो गया था.
- श्री गंगाधर प्रकाश जी उनके साथ उनके एकमात्र अनन्य शिष्य ब्रह्मचारी श्री गंगाधर प्रकाश जी न केवल उनके शिष्य, सेवक एवं सहयोगी के रूप में थे बल्कि उनकी भूमिका महाराज श्री की इच्छा के आज्ञा का रूप धारण करने के पूर्व ही उसे दक्षता पूर्वक क्रियान्वित करने की जिज्ञासा एवं दक्षता रखने वाले अद्वितीय शिष्य के रूप में थी!
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